✨❄ इस़लाहे़ अग़लात़: अ़वाम में राएज ग़लतियों की इसलाह़ ❄✨
सिलसिला नम्बर 1293:
🌻 क्या इक़ामत देने के लिए कोई मख़्सूस जगह लाज़िम है?
📿 क्या इक़ामत देने के लिए यानी तकबीर कहने के लिए मस्जिद में कोई मख़्सूस जगह लाज़िम है?
बा जमात नमाज़ के लिए इक़ामत यानी तकबीर कहने के लिए मस्जिद में कोई खास जगह लाज़िम (और ज़रूरी) नहीं कि उसको छोड़कर किसी और जगह इक़ामत कहना नाजाइज़ या सुन्नत के खिलाफ हो।
इसलिए इमाम के पीछे पहली सफ़ ही में खड़े होकर इक़ामत कहना ज़रूरी नहीं, बल्कि मस्जिद में किसी भी मुनासिब जगह खड़े होकर इक़ामत कही जा सकती है।
अलबत्ता अगर किसी मसलिह़त या ज़रूरत की वजह से इमाम के पीछे पहली सफ़ में इक़ामत कहने के लिए जगह मुक़र्रर कर ली जाए तो इसमें भी कोई ह़र्ज नहीं।
☀ الفتاوى الهندية:
وَيُقِيمُ عَلَى الْأَرْضِ، هَكَذَا فِي «الْقُنْيَةِ»، وَفِي الْمَسْجِدِ، هَكَذَا فِي «الْبَحْرِ الرَّائِقِ».
(الْفَصْلُ الثَّانِي فِي كَلِمَاتِ الْأَذَانِ وَالْإِقَامَةِ وَكَيْفِيَّتِهِمَا)
✍🏻___ मुफ्ती मुबीनुर रह़मान साह़ब दामत बरकातुहुम
फाज़िल जामिआ़ दारुल उ़लूम कराची
हिंदी तर्जुमा व तस्हील:
अल्तमश आ़लम क़ासमी
🪀9084199927
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