लड़कियों की शादी में जल्दी कीजिए

 


🌼 लड़कियों की शादी में जल्दी कीजिए

               

_मुसन्निफ :– अबु तारिक़_

खैर ए उम्मत इदारा ए निकाह


Old is Gold...👌🏻


पहले बच्चीयों की 13 या 15 की उम्र में शादी होती थी,


चंद माह बाद यही लड़की मां बन जाती है,


40 साल की उम्र में वही लड़की दादी, नानी, किसी की समदन तो किसी की सास बन जाती है....


50 साल में आते आते एक बहोत बड़ा परिवार, खानदान वजूद में आता है उनमें कोई डॉक्टर, कोई इंजीनियर, टीचर ,कोई आलिम हाफिज़ कोई लड़का /लड़की अच्छी ऊंची तालीम हासिल कर रहे होते हैं,

और कुछ बिगड़ भी जाते थे...

और अब...👇🏼


13 में शादी...

 शर्म आनी चाहिए ऐसी बात करते हुए... 


18 yrs में करियर important है..


age 20:- शादी का इरादा नहीं है फिर भी कोई gov. servant / Big Business.. own हाउस , स्मार्ट , शॉर्ट एंड स्मॉल फैमली.. extra.... हो तो बताना


age 25 :- प्रावेट जॉब वाला भी चलेगा भले ही ज्यादा हैंडसम ना हो...


Age 30 – सेहत में ज्यादा या फिजिकल प्रॉब्लम रही तो भी चलेगा,


35– तलाक शुदा भी चलेगा, या किसी की बीवी मर गई हो, भले ही किराए के मकान में रहता हो,तो भी चलेगा...


Age 40 –बस दो वक्त चटनी रोटी खिलाए बस काफी है..


45 – रिटायर्ड पर्सन के रिश्ते आना शुरू.. जिन्होंने एक अच्छी खासी शादी शुदा जिंदगी जी ली और सब बच्चों की शादियों से फारिग हैं , बीवी भी चल बसी, अब नई जिंदगी की शुरवात करनी है एक नए सिरे से...

अब इन्हे भी ना कर देगे तो ????


Age 50 : इनके लिए जो रिश्ते थे वो तो हज़रात तो दार ए फानी से कूच कर गए।


और जो तलाक शुदा मर्द या जिसकी बीवी का इंतिका़ल हुआ हो और ज़्यादा उमर वाले हैं, उनको भी कुंवारी, कम उम्र आसानी से मिल जाती है फिर वो क्यों किसी बेवा, तलाक याफ्ता,उम्र दराज़ से शादी करेंगे।


होश के नाखून लीजिए...

आखों पर से गफलत के पर्दे उठाएं...

अपने बच्चियों की जिंदगी बर्बाद होने से बचाएं, उन्हें डिप्रेशन का मरीज़ ना बनाएं, किसी बुराई में मुब्तिला होने पर मजबूर न करें..


🙏🏻खुदारा गैरो के नक्शे क़दम पर चलकर अपनी और अपने बच्चों की ज़िदगी खराब न कीजिए....

बच्चों की खास कर के लड़कियों की शादी में जल्दी कीजिए, Education शादी के बाद भी हासिल की जा सकती है..

बच्चियों की बुलूगूत की उ़म्र में कुदरत ने एक खास कशिश Etrection रखी है, 

आज कल अक्सर तक़रीबन 90% लड़के खूबसूरती को ही तरजीह दे रहे है...

क्या दीनदार क्या बेदीन...


नोट : – हर मां बाप अपने बच्चों का भला ही चाहते हैं, ये तहरीर उन लोगो के लिए है जो किसी शरई मजबूरी के बगैर बच्चियों के शादी में टाल मटोल कर रहे हैं, और अच्छे अच्छे रिश्तों को और अच्छे की तलाश में या ख्वाम खा

को रिजेक्ट करते जा रहे हैं।

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