✨❄ इस़लाहे़ अग़लात़: अ़वाम में राएज ग़लतियों की इसलाह़ ❄✨
सिलसिला नम्बर 1321:
🌻 मंगेतर से गपशप लगाने का ह़ुक्म
📿 मंगनी के बाद मंगेतर से गपशप लगाने का ह़ुक्म
चूंकि मंगनी निकाह़ नहीं, बल्कि निकाह़ का वादा है, इस लिए सिर्फ़ मंगनी हो जाने के बाद मंगेतर अजनबी ही के ह़ुक्म में होता है, जिस का मतलब यही है कि जिस तरह अजनबी मर्द और औ़रत का मोबाइल फोन वगैरा के ज़रिए बाहम गपशप लगाना नाजाइज़ और गुनाह है, इसी तरह अपने मंगेतर से गपशप लगाना भी नाजाइज़ और गुनाह है।
मज़ीद यह कि मंगनी के बाद निकाह़ से पहले यूं गपशप लगाने के नुक़्सानात भी सामने आ जाते हैं, इस लिए इस से इज्तिनाब करना (और बचना) ज़रूरी है।
☀ الدر المختار:
وَلَا يُكَلِّمُ الْأَجْنَبِيَّةَ إلَّا عَجُوزًا عَطَسَتْ إلخ.
(كِتَابُ الْحَظْرِ وَالْإِبَاحَةِ: فَصْلٌ فِي النَّظَرِ وَالْمَسِّ)
✍🏻___ मुफ्ती मुबीनुर रह़मान साह़ब दामत बरकातुहुम
फाज़िल जामिआ़ दारुल उ़लूम कराची
हिंदी तर्जुमा व तस्हील:
अल्तमश आ़लम क़ासमी
🪀9084199927
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