🌼 एक दर्द मंद अपील उन हज़रात के लिए जो एक से ज़ायद निकाह करके किसी का सहारा बन सकते हैं*
✍🏼 _अबु तारिक़_
_25 Sep.2022 (Sunday)_
*जिस मुआशरे में तलाक शुदा या बड़ी उम्र के मर्द को कुंवारी लड़की आसानी से मिल जाती हो , और उसके बच्चो को भी खुशी से अपना लिया जाता हो....*
*बेवा और तालाक-याफ्ता औरतों का कोई पुरसाने हाल ना हो....*
*माज़ूर मर्द को नॉर्मल लड़की मिल जाती हो... और माज़ूर लड़कियो को कोई अपनाने के लिए राज़ी ना हो..*
*कुंवारी लड़कियो को मुनासिब रिश्ता जल्द ना मिल रहा हो..*
*और पूरी जिंदगी में सिर्फ एक ही बीवी पर क़नाअत का रिवाज़ आम हो...*
*आखिर ऐसी लड़कियो से शादी करे कौन??*🤔
*बेवा खातून के यतीम, बेसहारा बच्चो की परवरिश और तरबियत कैसे हो???*🤔
*आखिर कब तक ये NGO और खिदमत ट्रस्ट के भरोसे जीते रहेंगे..??*
*और जो दीनदार ,समझदार , मालदार ,बा सलाहियत समझे जाते हैं वो भी एक बीवी पर कनाअत कर के अपनी हंसी खुशी जिंदगी में प्रॉब्लम खड़ी नही करना चाहते।*
*भले ही हमारी कौम की बेटी किसी के साथ भाग जाए, या घर बैठे बैठे बूढ़ी हो जाए....*
*और बेवा तलाक-शुदा औरते भीक मांग कर अपने यतीम बच्चों का पेट पाले या फिर गलत रास्ते पर चली जाए।*
_इन्हे कोई फर्क नहीं पड़ता_
*खुदा की कसम जब तक बा सलाहियत (जिनमे हुकूक अदा करने की ताकद) हो ऐसे मर्द दो–दो, तीन–तीन ,चार–चार निकाह नहीं करेंगे तब तक ये मसले हल होने वाले नहीं,*
दुआ और वज़ीफो का भी कोई असर नहीं पड़ेगा, जब तक असबाब (ज़रिए) इख्तियार ना किये जाएं, अगर सिर्फ दुआ और वाजिफो से काम बन जाते तो नबी और सहाबा को दीन के खातिर इतनी मुश्किलात का सामना नहीं करना पड़ता , नबी जी एक दुआ करते सारे मसले हल हो जाते सब को हिदायत मिल जाती, लेकिन आपने ऐसा नहीं किया, क्योंकि दुनिया को अल्लाह ने दारुल असबाब बनाया है, *पहले असबाब इख्तियार किये जाते हैं फिर दुआ करके अल्लाह पर भरोसा किया जाता है.*
*असबाब यही है के मुआ़शरे के बा–सलहियत मर्द हज़रात एक से ज़ायद निकाह करें, ताकि तवाज़ुन (बैलेंस) कायम रहे, क्योंकि हर ज़माने में औरतों की तादाद मर्द से ज़्यादा ही रही है...* *एक से ज़ायद निकाह का फलसफा ये नही कि हर मर्द की 4 बीवियां हो, बल्कि एक से ज़ायद निकाह में हिक्मत ये है के हर खातून का एक अ़दद शौहर हो.*
खैर ए उम्मत इदारा ए निकाह
960-7676-799
4 टिप्पणियाँ
Mashaallah
जवाब देंहटाएंAsslamuaaleykum janab aapki soch mashaallah bhout khoob he allah aapko Deen or dunya ki har khooshi ata farmay ye tarika Jo aapne ekhtyaar Keya he hamare nabhi ka he nabi ka bataya rasta kbhi galat nhi ho sakta aap chalte Jay aalag or me ski sari makhlook aapke sath he kabhi koi jarurat pesh aay to aap online ya gher per aaker mele aapka bacha Dr mehtab Hashmi up preshident International Human rights and social justice organization up
जवाब देंहटाएंCont 7017339432
9634994700
hajimehtab97@gmail.com
Jazak Allah
हटाएंHello Mehtab Hashmi up preshident Aur bataye
जवाब देंहटाएं